बलिया। स्कूल के कमरे में बंद बच्चे को ताला तोड़कर बाहर निकालने का वीडियो वायरल होने के मामले में बीएसए मनिराम सिंह ने शिक्षा क्षेत्र बेरुआरबारी के प्राथमिक विद्यालय सुखुपरा नम्बर एक की प्रधानाध्यापिका उर्मिला देवी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। निलंबित प्रधानाध्यापिका को कम्पोजिट विद्यालय बेरूआरबारी से सम्बद्घ किया गया है। निलंबन अवधि में इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।
गौरतलब हो कि सुखपुरा गांव के बाबा के पोखरा निवासी रमेश राजभर का पुत्र आदित्य प्राथमिक स्कूल सुखपुरा नम्बर एक में कक्षा एक का छात्र है। गुरुवार को वह स्कूल गया था। दोपहर साढ़े 12 बजे बच्चों की छुट्टी हो गयी, लिहाजा कुछ देर बाद शिक्षक भी स्कूल के कमरों में ताला बंद कर घर चले गये। शाम करीब तीन बजे तक आदित्य घर नहीं पहुंचा तो परिजन खोजबीन करने लगे। पोखरा-तालाब आदि जगहों पर तलाश के बाद भी बालक का सुराग नहीं लग सका। शाम करीब चार बजे स्कूल के पास खेल रहे युवकों ने स्कूल के कमरे के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो वहां पहुंचे। युवकों ने कमरे का ताला ईंट से तोड़कर आदित्य को बाहर निकाला। कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।शिक्षकों की लापरवाही की बात अधिकारियों तक पहुंची तो खलबली मच गई। खंड शिक्षाधिकारी हिमांशु मिश्र की जांच रिपोर्ट पर बीएसए ने प्रधानाध्यापिका उर्मिला देवी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं, सअ श्रीमती अफरोज आरा, कुमारी प्रियंका यादव, श्रीमती शान्ती गौड, श्रीमती मीरा देवी, सुरेन्द्र नाथ सिंह को भी बराबर का दोषी मानते हुए बीएसए ने इनका अग्रिम वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है।
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