बलिया। विश्व संगीत दिवस के अवसर पर मंगलवार को केपी मिश्र मेमोरियल संगीत विद्यालय रामपुर के प्रांगण में संगीत गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि भारतीय स्टेट बैंक टीडी कॉलेज के शाखा प्रबंधक रवि कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। वक्ताओं ने जीवन में संगीत के महत्व पर प्रकाश डाला।
बैंक प्रबंधक रवि कुमार ने कहा कि संगीत जीवन का आधार है, संगीत के बिना किसी भी जीव का जीवन अधूरा है। प्रकृति की सभी घटनाओं में संगीत का समावेश रहता है। अध्यक्षता करते हुए डॉ चंद्रशेखर पाण्डेय ने कहा कि मानव के जीवन में संस्कार एवं संस्कृति का बहुत महत्व है। संस्कार ही मनुष्य एवं जानवर को एक दूसरे से अलग करता है। संस्कृति से विवेक की, और विवेक से ज्ञान की प्राप्ति होती है। गोष्ठी का संचालन करते हुए साहित्यकार डॉ भोला प्रसाद आग्नेय ने कहा कि विश्व संगीत दिवस एवं विश्व योग दिवस एक ही दिन मनाया जाता है। वजह कि संगीत और योग दोनों के लिए सतत साधना की आवश्यकता होती है और साधना में लीन कला साधक ही सफलता के शिखर तक पहुंचते हैं।
विद्यालय के कला साधकों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी
पं केपी मेमोरियल संगीत विद्यालय की छात्रा अदिति मिश्रा ने राग दुर्गा प्रस्तुत कर वातावरण को शास्त्रीय संगीतमय बना दिया। सपना पाठक, आकर्षिका, आरात्रिका, शिवम मिश्र, आकाश मिश्र, अदिति मिश्रा, स्नेहा गुप्ता, पूजा मौर्य, जिया ओझा, देवांश ओझा, शुभी कश्यप, शिवांश कश्यप, रानी वर्मा, वैष्णवी राय, नेहा राजभर, ज्योति तिवारी, वैष्णवी गुप्ता पृथ्वी, सोनू, रमेश, मिथिलेश, सात्विक, यश, शताक्ष, धीरज गुप्ता, आशुतोष, विपुल, सुनील, पवन, आदर्शदीप, विनय, सत्यम, गणेश पाण्डेय, प्रेम प्रकाश पांडे विशाल, नलिन पांडे इत्यादि कला साधकों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को सफलता के शिखर तक पहुंचाया। संस्कार भारती के अध्यक्ष पं राजकुमार मिश्र ने सभी अतिथियों के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम में करुणानिधि, रामकिंकर सिंह, साहित्य प्रकोष्ठ के संयोजक शिवजी पाण्डेय 'रसराज' आदि मौजूद थे।
0 Comments