रेवती, बलिया। नगर पंचायत रेवती तथा क्षेत्र के लोगों का धन ग्रीन टच प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के विभिन्न योजनाओं में जमा कराने के बाद से गायब युवक की पत्नी रविवार की शाम जमाकर्ताओं के बीच उस समय फंस गई, जब वह किराये के कमरे से अपना सामान लेने पहुंची। युवक की पत्नी को दर्जनों महिला-पुरूषों ने को घेर लिया। लोगों का कहना था कि वह अपने पति राजन शाह को बुलाये, इससे कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है।हालांकि कंपनी के प्रपत्रों पर रकम विभिन्न मदों में जमा दिखाई जा रही है।
सहतवार थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव का निवासी राजन शाह रेवती नगर में अपनेे चाचा बच्चा लाल शाह के यहां रहता था। बाद में यहां किराए पर रहने लगा था। इस बीच राजन ने ग्रीन टच प्रोजेक्ट्स लिमिटेड में लोगों का पैसा जमा कराना शुरू किया। किसी की रेकरिंग तो किसी का फिक्स डिपाजिट योजनााओं में जमा कराने के लिए राजन शाह ने पैसा लिया। फिर करीब दो साल पहले युवक गायब हो गया। लोगों का कहना है कि हमारे पास प्रपत्र है, लेकिन हमारा लाखों रुपया कब और कैसे मिलेगा, कोई बताने वाला नहीं है। रविवार की शाम राजन की पत्नी किराए के घर से अपना समान निकाल कर लेे जाने के लिए पहुंची तो जमाकर्ता महिलाओं का झुण्ड उसे घेरकर पुलिस को सूचना दिया।
लम्बी है जमाकर्ताओं की लिस्ट
मौजूद महिला पुरुषों में वार्ड नंबर 6 निवासी कामेश्वर शाह ने बताया कि जमीन खरीदवाने के नाम पर डेढ़ लाख की रकम मैंने दिया था, उसकेे कुछ दिनों बाद से युवक गायब है। वार्ड नं 6 के ही सुरेंद्र साहनी 31 हजार, परमात्मा शाह ₹300 प्रति माह के हिसाब से 4 वर्ष तक पैसा जमा किया, शीला पत्नी परमात्मा ₹600 प्रति माह के हिसाब से 5 वर्ष तक जमा किया। वहीं, वार्ड नंबर 10 की बुधनी पत्नी राम कुमार चौरसिया ₹600 प्रति माह के हिसाब से 7 माह तक जमा कीं, सुदामा साहनी ₹600 प्रति माह के हिसाब से 24 महीने तक रकम उक्त युवक को देते रहे। संतोष साह ₹20 हजार फिक्स किये तथा ₹100 प्रतिदिन के हिसाब से 8 माह तक जमा किए। उधर, राजकुमार शाह ₹1हजार प्रति माह के हिसाब से 5 साल तक जमा किए। इसके अलावा ₹10 हजार फिक्स किए। रमेश शाह रु 300 तथा ₹500 का रेकरिंग 4 साल जमा किए। वार्ड नं 10 की गीता देवी ₹1000 प्रति माह के हिसाब से 8 माह तक जमा की है। इसी वार्ड की नेहा गुप्ता रु 5 हजार 5 साल के लिए जमा की। संतोषी देवी ₹300 प्रति माह 5 वर्ष तक जमा की। पुतुल कुमारी देवी ₹100 प्रतिदिन के हिसाब से कुल ₹34400 जमा की हैं। प्रदीप ठाकुर ₹2000 प्रति माह के हिसाब से 1 वर्ष तक जमा किए हैं। आशा देवी ₹7 हजाार फिक्स की तथा रु 1500 प्रति माह के हिसाब से 1 वर्ष तक जमा की है। चंपा देवी पत्नी शंकर तुरहा ₹1 हजार प्रति माह जमा की ₹50 हजार जमा होने के बाद इस रकम को फिक्स करने के नाम पर युवक द्वार पुनः उसी संस्था में जमा करा दिया। उधर, छपरा सारिब के अमर दीप यादव 1 हजार प्रति माह के हिसाब से 35 महीनों तक जमा करते रहे। ये वो लोग हैं, जो राजन शाह की पत्नी द्वारा घरेेलू सामान ले जाने के समय अचानक इकट्ठा हो गयेे। वैसे जमा करनेे वालों की लिस्ट लम्बी है।
बोले थानाध्यक्ष
इस प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर प्रभारी निरीक्षक रामायण सिंह ने बताया कि कहीं से कोई तहरीर नहीं मिली है। वैसे महिला को उसके पिता की सुपुर्दगी में दिया गया है।
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