हल्दी, बलिया। हल्दी थाना क्षेत्र के सोनवानी उत्तर टोला निवासी एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या से इलाके में हड़कम्प मच गया। दो भाईयों का खून से लथपथ शव कुंए से बरामद हुआ, जबकि उनके पिता का शव घर के एक कमरे में खून से लथपथ मिला। घटना की सूचना मिलते ही डीआईजी आजमगढ़ अखिलेश कुमार, पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर, एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी व सीओ बैरिया अशोक कुमार मिश्र भारी पुलिस बल व फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच कर जांच-पड़ताल में जुट गये। हत्याकांड के खुलासे को दो टीमें गठित की गई है। तीन लोगों की हत्या क्यों और किसने की ? इसका पता नहीं चल पाया है। फोरेंसिक टीम व पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहले पुत्र, फिर पिता, उसके बाद मिला दूसरे पुत्र का शव
हत्यारों ने साक्ष्य मिटाने की काफी कोशिश की थी। कुंए में फेंके शव को छिपाने के लिए ऊपर सूखी जलकुंभी डाली गई थी। वही, खेत मे खून के धब्बों के फावड़े या कुदाल से मिटाने की कोशिश की गई थी। विक्रम की पहचान होने के बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी तो घर पर किसी के नहीं होने की जानकारी हुई। पुलिस मृतक के घर पहुंची तो एक कमरे में खून बिखरा हुआ था। अंदर कोई नहीं था। फोरेंसिक टीम ने दूसरे कमरे को खोला तो उमाशंकर सिंह (60) पुत्र स्व. रामचंद्र सिंह का शव पड़ा हुआ था। वहीं, कुंए से कुछ दूर खून के धब्बे को देख पुलिस गंभीर हुई। फिर संदीप सिंह (32) का शव बरामद हो सका।
तीन भाइयों में सबसे छोटा था विक्रम
विक्रम सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। सबसे बड़ा भाई दिलीप सिंह वर्षों पहले बाहर चला गया था। शादी कर वहीं बस गया था। घर पर विक्रम, उससे बड़ा भाई संदीप सिंह और पिता उमाशंकर सिंह रहते थे। गांव के लोगों का कहना था कि उमाशंकर सिंह घर बनवा रहे थे।चार-पांच दिन पहले दिलीप सिंह घर आया था। उन लोगों के बीच में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद दिलीप सिंह चला गया था। वहीं, घटना के बाद से संदीप सिंह का भी कहीं अता-पता नहीं था। पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही थी, तब तक उसका भी शव मिल गया।
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