मां
एक शब्द में तुम्हें खोजना,
इतना भी आसान नहीं।
तुम एक पूरा ग्रंथ हो,
मेरे व्यक्तित्व का।
तेरे होने से ही, स्वर्ग मेरा संसार।
तेरे आशीर्वाद से, मेरे सपने साकार।
भूलेगा मेरा कण कण, कैसे ये उपकार।
मन निर्मल तुम्हारा, करती सब से प्यार।
अपनापन भरसक और अथाह दुलार।
सबको संग ले के चलती,
घर व परिवार।
तुम्हारे जन्मदिन पर,
मन में ये आया विचार।
खुशियों भरा जीवन हो
तुम्हारा,
मां तुम्हारा हदयाभार।
रहो सुखी रहो स्वस्थ, ईश्वर से ये पुकार।
संध्या देवी
सहायक अध्यापिका
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाराडीह, नगरा-बलिया
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