बलिया। बजट होने के बाद भी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की निष्क्रियता की वजह से मानदेय भुगतान में हो रही देरी से नाराज उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ वृहद आंदोलन के मूड में है। इसको लेकर संघ के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने बड़ा अल्टीमेटम दिया है। पंकज सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा बजट उपलब्ध कराने के बाद भी समय से मानदेय भुगतान न होना, चिन्तनीय है। 20 दिन पहले ही मार्च का बजट आ गया था। साथ ही अप्रैल का भी बजट आ गया है। बावजूद इसके मार्च माह के मानदेय का भुगतान अब तक नहीं हो सका। इसका दोषी कौन है, यह तय होना चाहिए। यह कोई बताने वाला नहीं है कि मानदेय कब तक मिलेगा। हर जिम्मेदार एक-दूसरे पर टाल रहा है।
पंकज सिंह ने कहा कि यही समस्या अप्रैल माह में भी दिख रही है। अप्रैल का भी बजट है, पर मानदेय भुगतान को लेकर 'नौ दिन चले अढ़ाई कोस' वाली ही कहावत चरितार्थ होती दिख रही है। कभी ब्लाकों से उपस्थिति न पहुंचने का हवाला दिया जाता है तो कभी पीपीए जेनरेट व बैंक की समस्या बताया जाता है। जिलाध्यक्ष ने सम्बंधित अधिकारियों से आग्रह किया है कि अल्प मानदेय पर परिवार का भरण-पोषण करने वाले शिक्षामित्रों की पीड़ा से अब और मजाक न किया जाय। समय से मानदेय भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित है। यह भी कहा है कि अगर मार्च का मानदेय भुगतान दो दिन व अप्रैल का मानदेय भुगतान अगले सप्ताह तक नहीं होता है तो एक विशाल आंदोलन शुरू किया जायेगा।
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