बैरिया, बलिया। सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त द्वारा गोद लिए गये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा अपने हाल पर आंसू बहा रहा है। सांसद ने कई बार बेहतर सुविधा के लिए बैठक कर प्रयास किया, लेकिन चिकित्सकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। वहीं, उपजिलाधिकारी बैरिया आरपी मिश्र ने भी सख्त चेतावनी दी। बावजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा में तैनात चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों की कार्यपद्धति में बदलाव नहीं आया। लगातार चौथे दिन भी सीएचसी सोनबरसा पर तैनात कोई भी चिकित्सक नहीं रहे। सीएमओ के निर्देश पर मुरलीछपरा के आयुष चिकित्साधिकारी डाक्टर सुमन मिश्र को भेजा गया, ताकि सोनबरसा में ओपीडी में मरीजों को देखा जा सकें।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को दोपहर एक बजे लोगों की शिकायत पर उपजिलाधिकारी सीएचसी सोनबरसा पहुंचे। काफी समय से अस्पताल नहीं आने वाली महिला चिकित्साधिकारी डाक्टर स्वर्णा सिंह, कार्यकारी अधीक्षक डाक्टर एसएस रावत सहित कई चिकित्सकों को उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थित दर्ज किया। सीएमओ से मोबाइल पर बात कर तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा की व्यवस्था सुधारने को कहा। बावजूद इसके गुरुवार को फिर सीएचसी सोनबरसा पर तैनात कोई भी चिकित्साधिकारी ड्यूटी पर नही पहुंचा।
अंततः मुरलीछपरा के आयुष चिकित्साधिकारी डाक्टर सुमन मिश्र को मुरलीछपरा से ओपीडी रोगियों को देखने के लिए भेजा गया। यही स्थिति यहां तैनात एक्सरे टेक्नीशियन सहित कई चिकित्साकर्मियों की है, जो घर बैठे वेतन ले रहे है। सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक करने का लगातार प्रयास कर रहे है, किंतु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की मनमानी के चलते व्यवस्था दिनों-दिन बदतर होती जा रही है।
बोले, मुरलीछपरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी
मुरलीछपरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर देवनीति सिंह बुधवार को ओपीडी देखने के लिए मुरलीछपरा से सोनबरसा अस्पताल पहुंचे थे।उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों को जेल भेज देना चाहिए, क्योकि इनका कार्य सेवा भाव का है।मुख्यमंत्री का निर्देश है कि चिकित्सक व चिकित्साकर्मी समय से अस्पताल पहुंचे, किन्तु इस निर्देश का कोई असर यहां पर नहीं है।
शिवदयाल पांडेय मनन
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