बैरिया, बलिया। हरिवंश गये हरि के आंगन, पीने हरि का हाला, हाथ रहेगा प्रभु का सिर पर, साथ रहेगी मधुशाला... की तर्ज पर बिहार के शराबी बार्डर की शराब दुकानों पर रोजाना मेला लगा रहे है। महुली घाट पर पीपा पुल बनने के बाद बिहार के भोजपुर जनपद के शराब के शौकीन लोगों की दोकटी क्षेत्र में आवक बढ़ गयी है। इससे शराब के कारोबारियों के बाछे खिल गयी है।
उल्लेखनीय है कि महुली घाट स्थित गंगा पर पीपा पुल बन जाने के बाद बिहार के आरा के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ आरा शहर के भी शराब के तलबगार बाइक व चार पहिया वाहनों से दोकटी क्षेत्र के विभिन्न शराब की दुकानों पर पहुंचकर शराब खरीदकर उसका लुफ्त उठा रहे हैं। कुछ शराबी तो रामपुर कोड़रहा ढाला से दक्षिण खेतों की मेड़ो पर झुंड बनाकर बैठकर दारू का आनंद ले रहे हैं। इस तरह से दारू बाजो की बढ़ती संख्या इस क्षेत्र के लिए कानून और व्यवस्था के लिए समस्या उत्पन्न कर सकती है। क्षेत्र के अमन पसंद लोगों ने पुलिस अधिकारियों का ध्यान अपेक्षित करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। इसी तरह से बीएसटी बंधे पर चांद दियर पुलिस चौकी से पूरब अवस्थित सरकारी शराब की दुकान के अगल-बगल झुंड के झुंड पियक्कड़ खेतों व सड़क की पटरी पर बैठ कर दारु पी रहे हैं। क्षेत्र के लोग भी इस तरफ पुलिस का ध्यान अपेक्षित किया है। गौरतलब है कि उक्त दुकान पहले चांद दियर गांव में थी। जहां मारपीट और विवाद के बाद बीएसटी बन्धे पर चांद दियर पुलिस चौकी से एक किलोमीटर दूर अवस्थित की गई है।
शिवदयाल पांडेय 'मनन'
0 Comments