बलिया। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। इसके पीछे की सच्चाई क्या है, इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगा। मामला नव चयनित टीजीटी-पीजीटी अभ्यर्थियों के कार्यभार से जुड़ा है। मामले में जहां जिला विद्यालय निरीक्षक ने एक वरिष्ठ कार्यालय सहायक को कार्यमुक्त किया है, वही वरिष्ठ कार्यालय सहायक ने जिला विद्यालय निरीक्षक के खिलाफ उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की मांग किया है। दोनों पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा निर्गत आदेश (साभार सोशल मीडिया)
जिला विद्यालय निरीक्षक ने 27 नवम्बर को जारी आदेश में कार्यालय के वरिष्ठ सहायक राजन राम को घोर लापरवाही व चयनित टीजीटी-पीजीटी अभ्यर्थियों के साथ कार्य-व्यवहार गलत करने का हवाला देते हुए न सिर्फ कार्यमुक्त किया है, बल्कि उन्हें अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रयागराज से सम्बद्घ भी कर दिया है।
वरिष्ठ सहायक द्वारा भेजा गया पत्र (साभार सोशल मीडिया)
उधर, वरिष्ठ सहायक राजन राम ने 29 नवम्बर को आयुक्त आजमगढ़ मंडल आजमगढ़, जिलाधिकारी बलिया तथा शिक्षा निदेशक (माध्यमिक/बेसिक) उ.प्र. लखनऊ को पत्र भेजकर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जारी उक्त आदेश को मनगढ़ंत बताया है। आरोप लगाया है कि जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया के गलत कार्यो एवं भ्रष्टाचार में प्रार्थी द्वारा सहयोग न करने की वजह से मिथ्या, गलत व मनगढ़ंत आरोप दुर्भावना से ग्रसित होकर लगाते हुए उन्हें कार्यमुक्त किया गया है। राजन राम ने मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
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