बलिया। 'सुख-दुख में हम हर पल साथ निभाएंगे, सातों जन्म हम पति-पत्नी बन आएंगे...' रविवार को करवा चौथ का त्योहार श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सुहागिनों ने लाल और हरे जोड़ों में सज-धज कर सामूहिक रूप से करवाचौथ की कथा सुनीं। पति के दीर्घायु होने की कामना कर देर शाम छलनी में पति का दीदार की। फिर चंद्रमा को अर्घ्य समर्पित कर व्रत खोला।
गौरतलब हो कि करवा चौथ पर महिलाएं पूजा-अर्चना कर पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। दिन में निर्जला व्रत रखती हैं और रात को चंद्र दर्शन कर पति को छलनी में देख व्रत खोलती हैं। इस बार चांद रोहिणी नक्षत्र में निकला, जो करवा चौथ को और भी अधिक पावन बना दिया। इस संयोग से पति -पत्नी का प्यार और बढ़ता है। सोलह श्रृंगार में सजी-संवरी सुहागिनों ने पूजा-अर्चना करने के साथ ही पतियों की लंबी आयु की कामना की।
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