बैरिया, बलिया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मुरलीछपरा व बैरिया (कोटवां) में तैनात आउट सोर्सिंग के 267 स्वास्थ्य कर्मियों को पिछले पांच माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। वहीं, जननी सुरक्षा योजना व प्रथम संतान पर मिलने वाले प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी पिछले छह महीने से लंबित पड़ा हुआ है। इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुरलीछपरा की 150 आशा कार्यकर्ता, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बैरिया (कोटवां) की 172 आशा कार्यकर्ता, मुरलीछपरा के एनएचआरएम के 30 कर्मचारी व कोटवां के 15 कर्मचारी शामिल है। इनका अल्प मानदेय का भुगतान सम्बंधित विभाग नहीं कर रहा है। उनके परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति पैदा हो रही है। रोज कई एक महिलाएं जननी सुरक्षा योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का चक्कर लगा रही है। इस सम्बंध में एनएचआरएम के अधिकारियों से पूछा गया कि सरकार कह रही है कि पैसे की कोई कमी नहीं है। कोरोना संक्रमण के संकट काल में उनके द्वारा उल्लेखनीय कार्य करने पर सरकार सम्मानित कर रही है तो फिर छह माह से उनका भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है। एनएचआरएम के लोग जबाब देने की बजाय कुटिल मुस्कान के साथ प्रश्नों को टाल दे रहे है। जागरूक लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस तरफ आपेक्षित करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।
शिवदयाल पांडेय 'मनन
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