Let the pain not spill out anywhere
उत्तर प्रदेश  बलिया 

छलक न जाये दर्द कहीं...

छलक न जाये दर्द कहीं... इसीलिए हंसते रहते हो गम को छिपाये अंदर में होबेगम से दिखते रहते हो। अनुभव की अनमोल किताबेंपड़े-पड़े लिखते रहते हो। सागर में मोती जैसे होबिना मोल बिकते रहते हो। किनकी मुस्कानों की खातिरपल-पल यूँ मिटते...
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